Tuesday, May 31, 2011

दिल को समझाती हूँ मैं...


उम्मीद पर ही दुनिया कायम है...

 एक छोटी सी कविता जो कहती है, कि
अगर शिद्दत से चाहें तो ख्वाहिशें पूरी हो ही जाती हैं...

इस कविता को पढने हेतु यहाँ जाएँ...

2 comments:

  1. हिन्दी ब्लॉगजगत के स्नेही परिवार में इस नये ब्लॉग का और आपका मैं संजय भास्कर हार्दिक स्वागत करता हूँ.

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  2. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. :)

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