कभी चेहरों की किताब पर साझा किए हुए
फेसबुक पर दोस्तों से कभी विचार बाँटे, कभी कुछ मज़ाक हुए, कभी कोई अनोखी घटना, कुछ प्यारी यादें, तो कभी कोई दिलचस्प कड़ी. कभी यूँ भी हुआ कि साझा करने लगे, और कुछ नया बन पड़ा… छोटी सी कविता, तुकबंदी या बेसिरपैर की पॅरोडी.
तो इस बार विविध-संकलन में जुड़े मेरे फेसबुक पर 'अभिव्यक्त' विचार...
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